14 फ़रवरी 2025

चाणक्य नीति : बुद्धिमान व्यक्ति इन 4 जगहों पर कभी नहीं बोलते हैं

chanakya niti आचार्य चाणक्य ने अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर एक ग्रंथ की रचना की, जिसे आज चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है. इस ग्रंथ को ज्ञान का महासागर कहा जाता है, क्योंकि इस ग्रंथ में चाणक्य ने जीवन के विभिन्न पहलुओं के कई राज उजागर किए हैं. चाणक्य नीति में न सिर्फ मनुष्य के गुणों का वर्णन किया गया है, बल्कि कई अवगुणों के बारे में भी बताया गया है. इतना ही नहीं इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि मनुष्य को कब बोलना चाहिए और कब नहीं. जो भी व्यक्ति चाणक्य नीति में बताई गई बातों को अच्छे से समझ लेता है, वह हर मुश्किल से आसानी से पार पा सकता है, क्योंकि उसे इंसान को परखने की काबिलियत आ जाती है. ऐसे ही चाणक्य नीति में बताया गया है कि मनुष्य को अपने जुबान पर नियंत्रण रखना चाहिए. हर जगह बोलना सही नहीं होता है. कुछ जगहों पर चुप रहने में ही भलाई होती है. ऐसे में इन जगहों पर मनुष्य को चुप रहना चाहिए, नहीं तो उसका बना बनाया काम बिगड़ सकता है.
आए दिन कहीं न कहीं झगड़े होते रहते हैं. इस दौरान कुछ लोग बिन बुलाए मेहमान की तरह झगड़े की जगह पर पहुंच जाते हैं और सलाह देने लेते हैं. इन्हीं लोगों के लिए चाणक्य नीति में बताया गया है कि जहां पर लोग झगड़ा कर रहे हैं या किसी जगह पर झगड़ा हो रहा है, वहां चुप रहने में ही भलाई होता है. जब तक कोई आकर कुछ कहे न तब तक किसी झगड़े में बोलना नहीं चाहिए.

अक्सर कुछ लोगों को अपनी तारीफ करना बहुत पसंद होता है. ऐसे में चाणक्य नीति में बताया गया है कि जो इंसान खुद की तारीफ कर रहा हो, वहां पर बोलना सही नहीं होता है. वहां पर चुप रहना ही सही होता है. इस जगह अगर आप कुछ बोलते हैं, तो आप अपमानित हो सकते हैं
एक कहावत है कि अधजल गगरी छलकत जाय. यानी कि मटका अगर खाली रहता है, तो उसमें से पानी छलकता रहता है और जब वह पूरा भरा होता है, तो नहीं छलकता है. इसी तरह मनुष्य का भी स्वभाव होता है. आधी अधूरी जानकारी वाला व्यक्ति बहुत उतावला होता है और जिसे ज्ञान होता है वह शांत स्वभाव का होता है. ऐसे ही लोगों के लिए चाणक्य नीति में लिखा गया है कि मनुष्य को आधी जानकारी में चुप रहना ही सही होता है

चाणक्य नीति के अनुसार, जब मनुष्य आपके सामने अपना दुख-दर्द या परेशानी को साझा करे, तो उस दौरान उसकी बातों को ध्यान से सुनना चाहिए. इस समय मनुष्य को चुप रहना ही सही होता है.

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26 जनवरी 2025

बिना नेटवर्क के भी कॉल और इंटरनेट चलेगा, सरकार की नई सुविधा ICR (Intra circle roaming)

दोस्तों आप 10000 का मोबाईल यूज कर रहे हो या 50000 का कोई फर्क नहीं पड़ता हैं यदि उस मोबाईल में नेटवर्क नहीं है तो बिना नेटवर्क के आपका मोबाईल सिर्फ एक डब्बा बन जाएगा। लेकिन यदि मैं कहूं कि अब आपके मोबाईल में नेटवर्क नहीं होने पर भी आप अपने मोबाइल से किसी को भी कॉल कर सकेंगे। जी हां दोस्तो आपने सही सुना अब आप बिना नेटवर्क के भी किसी को कॉल कर सकेंगे।


तो दोस्तों आईए जानते हैं अब बिना नेटवर्क के फोन कैसे लगेगा। सरकार द्वारा टेलीकॉम सेक्टर में शुरू की जा रही नहीं सुविधा ICR । सरकार ने देश में इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) की सुविधा शुरू की है। इसका मतलब है कि अब आप चाहे जियो के ग्राहक हों या एयरटेल के या बीएसएनएल के, आप किसी भी नेटवर्क के टावर का इस्तेमाल कर सकेंगे। मान लीजिए आप किसी घने जंगल में हैं और आपके मोबाईल में जियो का सिम है लेकिन वहां जियो का नेटवर्क नहीं है। पहले आपको कॉल करने के लिए जियो के टावर तक जाना पड़ता था। लेकिन अब आप आस-पास के किसी भी दूसरे नेटवर्क के टावर का इस्तेमाल करके कॉल कर पाएंगे। अब इस सुविधा के शुरू होने पर आपके मोबाईल में jio सिम का टॉवर नहीं होने पर भी दूसरी कंपनी के नेटवर्क का उपयोग करके आप कॉल कर सकेंगे। ये सुविधा टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति लाने वाली है।


दूरसंचार विभाग ने देश में इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) सुविधा शुरू की है।  इसका मतलब यह है कि जियो, एयरटेल और बीएसएनएल यूजर्स किसी भी 4G नेटवर्क को एक्सेस कर पाएंगे और कॉल कर पाएंगे, जिस वक्त उनका खुद के मोबाईल टावर की रेंज में नहीं होंगे। इस सर्विस को एक सिंगल DBN फंडेड #टावर की मदद से एक्सेस किया जा सकेगा।

क्या है ICR सुविधा?
साधारण शब्दों में समझें, तो मान लीजिए आप जियो का सिम इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आप जिस इलाके में मौजूद हैं, वहां पर जियो नेटवर्क मौजूद नहीं है, तो ऐसे हालात में आप उस इलाके में मौजूद बीएसएनएल या फिर एयरेटल के नेटवर्क का इस्तेमाल करके कॉल कर पाएंगे।


कॉल ड्रॉप की परेशानी से अब आपको निजात मिलने वाली है। दरअसल भारत सरकार ने ICR सर्विस लॉन्च की है। इससे फोन में सिग्नल नहीं होने पर भी कॉल कर सकेंगे।
4G और 5G के दौर में भी अगर आपके मोबाइल में नेटवर्क नहीं है, तो आपका मोबाईल फोन किसी काम का नहीं है। अगर आपके फोन में नेटवर्क ना हो, तो ना तो आप किसी को कॉल कर सकते हैं और ना ही नेट का इस्तेमाल भी नहीं कर सकते हैं। आम भाषा में कहें तो बिना #मोबाइल नेटवर्क के आपका फोन डिब्बा है। इसका कोई इस्तेमाल नहीं हो सकता। हालांकि, अब इस समस्या का समाधान आ गया है। भारत सरकार ने इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) सर्विस लॉन्च किया है।
भारत की दूर संचार विभाग ने 17 जनवरी को आईसीआर लॉन्च की, जिसकी मदद से मोबाइल यूजर्स बिना नेटवर्क के भी कॉल को कनेक्ट कर पाएंगे। आपका सिमकार्ड चाहे किसी भी कंपनी का क्यों ना हो, लेकिन #ICR की मदद से आप बिना नेटवर्क के भी कॉल कर सकेंगे। मतलब ये है कि अगर आपका #Jio का नेटवर्क कहीं काम नहीं कर रहा है तो वहां मौजूद #Airtel के नेटवर्क से आपके मोबाइल का नेटवर्क जुड़ जाएगा और आप फोन यूज कर पाएंगे।

दोस्तों जानकारी कैसी लगी कॉमेंट बॉक्स में बताए।  Post को लाईक शेयर जरूर करें।

20 नवंबर 2024

Digital Arrest क्या होता है जानिए और समझिए

दोस्तों पिछले कुछ दिनों से news और सोशल मीडिया में एक शब्द काफी चर्चा का विषय बना हुआ है और वो शब्द है Digital Arrest।

कुछ दिनों से देश के कई शहरों में डिजिटल अरेस्ट के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसके माध्यम से साइबर ठग आसानी से लोगो को अपना शिकार बना रहे हैं ओर लोगों से ऑनलाइन पैसे लुट रहे हैं।
आइए जानते है क्या होता है डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) ? What is digital arrest ? 


डिजिटल अरेस्ट में किसी व्यक्ति को ऑनलाइन माध्यम से डराया या धमकाया जाता है कि वह किसी सरकारी एजेंसी के माध्यम से अरेस्ट हो गया है, उसे पेनल्टी या जुर्माना देने मजबूर भी किया जाता है। डिजिटल अरेस्ट एक ऐसा शब्द है जो कि पहले से कानून की किताबों में नहीं है, लेकिन, आजकल ऑनलाइन माध्यम से अपराधियों के इस तरह के बढ़ते अपराध की वजह से इस शब्द का प्रयोग चलन में आया है। पिछले 3-4 महीनों में भारत के कई शहरों से लगभग 1000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिनमें 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है। इसके अलावा कई ऐसे भी मामले होते हैं जो पुलिस तक नहीं पहुंच पाते या जिसकी रिपोर्ट पुलिस को नहीं की जाती है। ओर कई ऐसे मामले भी होते हैं जिसमें ठगी करने की कोशिश करने वाले सफल नहीं हो पाते हैं। इस प्रकार डिजिटल अरेस्ट एक बहुत बड़ा क्राईम बनकर सामने आया है। जिसको लेकर शासन प्रशासन भी परेशान है।


डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है, जिसकी वजह से डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
डिजिटल अरेस्ट के मामलो में लोगों को कैसे फंसाया जाता है? आइए जानते हैं
इसमें ठगी करने के लिए आमतौर पर 4- 5 तरीके प्रयोग किए जाते हैं जैसे, किसी कूरियर का नाम लेकर कि उसमें आपके नाम से कोई गलत सामान आया है जैसे एमडी या  ड्रग्स आदि , जिसकी वजह से आपको डराया जाता है और पैसों की मांग की जाती है।
या फिर आपके बैंक खाते से इस तरह के ट्रांजैक्शन हुए हैं जो फाइनेंशियल फ्रॉड रिलेटेड हैं जैसे मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला आदि।
इस प्रकार एनडीपीएस या मनी लॉन्ड्रिंग का भय दिखाकर उन लोगों को फंसाया जाता है, जो पढ़े-लिखे और कानून की जानकारी रखते हैं। ऐसे लोगों को डराकर उनसे ऑनलाइन पैसे मांगे जाते है। अगर उनके खातों में पैसे नहीं हैं तो उनको लोन भी दिलवाया जाता है। कई बार उनके पास लोन लेने वाले एप्स नहीं होते हैं तो उन एप्स को भी डाउनलोड कराया जाता है ओर इस तरह उनको दो से तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा जाता है और लाखों रुपए की धोखाधड़ी की जाती है।

 
इसे ही डिजिटल अरेस्ट कहा जाता है।
तो दोस्तों इस वीडियो के माध्यम से हमने आपको बहुत ही आसान भाषा में डिजिटल अरेस्ट के बारे में समझाने का प्रयास किया है। अब आप समझ गए होंगे कि डिजिटल अरेस्ट क्या होता है।
इसी तरह नई नई जानकारियों के वीडियो देखने के लिए इस चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें और अपने दोस्तों को भी शेयर करें।
धन्यवाद, मिलते हैं अगले Post में, एक नए विषय के साथ

डिजिटल अरेस्ट(digital arrest) के मामले से कैसे बचा जा सकता है?
इसमें कई तरह के अपराध होते हैं। गलत तरीके से सिम कार्ड लिया जाता है, गलत तरीके से बैंक खाता खोला जाता है। जिन लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता है उनके पैन कार्ड, आधार कार्ड समेत कई अन्य डेटा को गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा किया जाता है। उनके खाते से पैसे ट्रांसफर कराये जाते हैं। कई बार क्रिप्टो या गेमिंग एप के माध्यम से हवाला के जरिए पैसे को बाहर भेजा जाता है। लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी सरकारी एजेंसी ऑनलाइन तरीके से पूछताछ नहीं करती है। सरकारी एजेंसी सिर्फ फिजिकल तरीके से पूछताछ करती है। अगर किसी के साथ इस तरीके की घटना होती है तो वह दो तरीके से इसे रिपोर्ट कर सकता है। साइबर फ्रॉड के हेल्पलाइन नंबर या फिर ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके अलावा, आप स्थानीय पुलिस को भी शिकायत दे सकते हैं। अगर आप पुलिस को एक घंटे के भीतर सूचना देते हैं तो ट्रांसफर किए गए पैसे को वापस पाने की संभावना रहती है।

17 नवंबर 2024

Future and options Trading की लत युवाओं को बरबाद कर रही है

दोस्तों नमस्कार 
आजकल हर कोई शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग करके करोड़पति बनने का सपना देख रहा है ओर इसी सपने को पूरा करने के लिए यंग जनरेशन अपनी कमाई को शेयर मार्केट में लगाकर लॉस पर लॉस बुक करते जा रहे हैं। 


शेयर बाजार में फ्यूचर and ऑप्शन ट्रेडिंग कम पूंजी में बड़ा पैसा बनाने का जरिया बन गया है, लेकिन इसमें बहुत बड़ा रिस्क भी होता हैं। इसी कारण सेबी ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया है कि फ़्यूचर ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले 99% लोगो को नुकसान हो रहा है और सिर्फ 1 प्रतिशत ट्रेडर्स ही इसमें प्रॉफिट में है । सबसे बड़ी परेशानी की बात ये है कि इसमें यंग जनरेशन 20 से 35 साल के युवा ज्यादा शिकार हो रहे हैं। जिनको fno ट्रेडिंग की बुरी लत लग गई है। 


फ्यूचर and ऑप्शन ट्रेडिंग में काम करने के लिए बहुत वर्षों के अनुभव और #money मैनेजमेंट की जरूरत होती है। जिसके लिए कई सालों तक इसमें अनुभव का होना महत्वपूर्ण है। लेकिन शॉर्ट कट पैसा बनाने के चक्कर में लाखों लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और पैसा डूबा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से देशभर से कई मामले सामने आए हैं जिनमें नए ट्रेडर्स ने ऑप्शन ट्रेडिंग में लाखों रुपए दाव पर लगाए, किसी ने अपनी सेविंग दाव पर लगा दी, किसी ने अपने माता पिता की पूंजी को बर्बाद कर दिया। 


इतने पर भी बात खत्म नहीं हुई कुछ लोगों ने f n o ट्रेडिंग में लाखों रुपए गवां देने के बाद भी बैंक से लोन लेकर ट्रेडिंग कर रहे हैं और दोबारा इसमें अपने हाथ जला रहे हैं। यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आज ही सावधान हो जाएं। 
ऑप्शन ट्रेडिंग की इस लट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2017-18 में फ्यूचर and ऑप्शन ट्रेडिंग 210 लाख करोड़ टर्न ओवर था लेकिन इस साल 2024-25 में ये बढ़कर 500 लाख करोड़ रुपए हो गया है। 

आख़िर आजकल के युवाओं को फ्यूचर and ऑप्शन ट्रेडिंग की लत क्यों लगी है आइए इसके पीछे का कारण जानते हैं। 
फ्यूचर and ऑप्शन में ट्रेडिंग करने का एक ही कारण सामने आया है कि आजकल के युवाओं को कम समय में जल्दी पैसा कमाकर अमीर बनना है। 
आज देश में हर दूसरा व्यक्ति #ऑप्शन #ट्रेडिंग कर रहा है और इसको जुए की तरह खेल रहा है। उन्हें ऑप्शन ट्रेडिंग की लत इस कदर लगी कि वे नुकसान होने के बाद भी पैसे उधार लेकर इसमें ट्रेड कर रहे है। इसमें लोग पैसा तो डूबा ही रहे हैं साथ में मानसिक रूप से परेशान भी हो रहे हैं जो बड़े बड़े लॉस होने के कारण डिप्रेशन में जा रहे हैं।


आज कल हर कोई स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करके करोड़पति बनना चाहता है, कोरोना काल के बाद से ज्यादातर लोगों ने जिनको स्टॉक मार्केट की एबीसीडी भी नही आती थी वो भी डीमैट अकाउंट खुलाकर स्टॉक #मार्केट में ट्रेडिंग करने लगे है और अपने कमाई का एक बड़ा हिस्सा इस शेयर बाजार में डूबा दिए है। इसका मुख्य कारण इस प्रकार है 

🟢 बिना जानकारी के शेयर बाजार में पैसा लगाना, 
🟢 बिना सीखे शेयर बाजार में पैसा लगाना, 
🟢 यूट्यूब पर बड़े प्रॉफिट के वीडियो देखकर अपनी जमा पूंजी को ऑप्शन ट्रेडिंग में लगाना, 
🟢 बिना स्टॉपलॉस के ट्रेड करना, 
🟢 Index ट्रेडिंग करना, 
🟢 ज्यादा लॉट साइज में ट्रेड लेना,
🟢नुकसान होने पर लोन लेकर ट्रेडिंग कर रहे हैं।
आदि कारणों से शेयर बाजार में नुकसान होता है।
यदि आप भी शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो आज ही सावधान हो जाइए। 

28 अक्टूबर 2024

अभिनव अरोरा श्रीकृष्ण को छोटे भाई के रूप में पूजते हैं। Abhinav Arora

सोशल मीडिया पर अकसर एक छोटे से बच्चे की वीडियो वायरल होती दिखाई देती है जिसका नाम है अभिनव अरोरा जो कि देश के सबसे छोटे कथावाचकों में से एक हैं। अभिनव अरोरा खुद को श्री बलराम मानते हैं और #श्रीकृष्ण को छोटे भाई के रूप में पूजते हैं।


अभिनव दिल्ली के रहने वाले हैं और घर के पास ही एक प्राइवेट स्कूल में पांचवी कक्षा में पढ़ते हैं। 9 साल के अभिनव को कम उम्र में ही शास्त्रों और वेदों का ज्ञान है। मीडिया में दिए अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद बताया था कि सुबह 3:30 बजे उनकी दिनचर्या शुरू होती है। वह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले माला जाप करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह 4 बजे घर पर ही पूजा करते हैं फिर 6:30 बजे #तुलसी पूजा परिक्रमा कर अपने घर में विराजे बाल गोपाल को भोग लगाकर 7:30 बजे स्कूल जाते हैं।


फेमस लेखक और टेड स्पीकर तरुण राज अरोड़ा के बेटे अभिनव अरोड़ा का बचपन से ही अध्यात्म की तरफ रुझान है। वह अकसर घर पर भारतीय परिधान धोती कुर्ता पहनते हैं। मीडिया रिर्पोट्स के अनुसार पहले स्कूल में उनके साथ कोई बैठना पसंद नहीं करता था क्योंकि वह हर किसी से राधे-राधे और जय श्री राम कहकर मिलते थे। लेकिन अब हालत ऐसे हैं कि हर टीचर और सभी बच्चे उन्हें सामने से खुद राधे-राधे और जय श्री कृष्णा कहकर संबोधित करते हैं और क्लास में हर बच्चा उसके साथ बैठना चाहता है।


सोशल मीडिया पर अकसर उनकी वीडियो वायरल होती है। वह देश के सबसे छोटे कथावाचकों में से एक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह खुद को बलराम मानते हैं और श्रीकृष्ण को छोटे भाई के रूप में पूजते हैं। वह #राम और #कृष्ण की तरह गुरुकुल से शिक्षा लेना चाहते हैं.

Source of - www.youtube.com/Hindivideoguru 

17 फ़रवरी 2024

नीचता की पराकाष्ठा 😠 अश्लील होती महेंदी रस्म..

विवाह की रुत पुनः आ गई है ।  संस्कारों के नाम पर हमारे समाज में अश्लीलता का पदार्पण हो चुका है । नई नई कुप्रथाएँ जन्म ले रहीं हैं ।  ऐसे ही एक मेहंदी कार्यक्रम में बढ़ रही अश्लीलता को लेकर यह आलेख पठनीय है ।
• हल्दी रस्म ,मेहंदी रस्म की प्रगति निरंतर बढ़ती जा रही है।अपनी माँ दादी की परम्पराओं को छोड़ एकता कपूर के सीरियल पर आधारित शादी करोगे तो वो सनातन विवाह कम, देह भोग  पार्टनर जुगाड़ व्यवस्था ज्यादा, रहे  वहां बेटी बहू का  नंगा होना भला कितना मायने  रखता है।

• इसलिए मैं कहता रहता हूं अपने घर के विवाह संस्कारों को एकता कपूर आधारित मत बनाओ बल्कि अपने घर की माता दादियों भुआ काकी मासी और घर की परंपरा अनुसार बनाओ क्योंकि अगर घर का विवाह टीवी सीरियल आधारित हो गया तो हल्दी रसम मेहंदी रस्म जैसे फर्जी आयोजनों में हमारे घर की दादी नानी भुआ काकी और घर के बड़ों की हिस्सेदारी खत्म हो जाएगी और सारे आयोजन परंपरा से कट कर टीवी सीरियल आधारित हो जाएंगे और टीवी सीरियल तो निरंतर बहन बेटियों को नंगा करने का ही काम कर रहे हैं इसलिए इन टीवी सीरियल वालों को अपने घर की पवित्र सनातन परंपराओं में घुसपैठ मत करने दो वरना यह आपके घर की बहन बेटियों को भी नंगा करेंगे और आप ग्लैमर के नाम पर सेवाएं देखने के कुछ नहीं कर पाओगे ।

• अभी इन नाटकों की शुरुआत हुई है कहीं कपड़े ढके हैं कहीं कपड़े ऊपर हो चुके हैं जब तक पूरे कपड़े ना निकले उससे पहले अपनी परंपराओं और जड़ों की ओर लौट आओ वरना परंपराओं से कटे आपके घर की बहन बेटियों को आपके सामने आपके आंगन में ही नंगा कर दिया जाएगा ।

• ग्लैमर के नाम पर और आप नाचते रहोगे। समय है थोड़ा संभल जाओ।
• यह हल्दी रस्म ओर महंदी रस्म हमारे सनातन विवाह परंपराओं के अंग नहीं है इन फर्जी फिल्मी नाटकों को परंपराओं में मत भरो , वरना आपकी पवित्र परंपरा और आपके कुल दोनों के लिए घातक सिद्ध होगा यह नाटक..

07 जनवरी 2024

Boycott Maldives : मोदी के लक्षदीप दौरे से बौखलाए मालदीव के मंत्री

आज सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर हैशटेग बॉयकॉट मालदीव जमकर ट्रेंड हो रहा है, तो दोस्तो आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्या हुआ जो कि अचानक से भारत के लोगों का गुस्सा मालदीव पर फूट गया है, 
तो आईए जानते हैं क्या है ये मामला, 
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था, उनके इस दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं और भारत में मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना शुरू हो गई,, फिर क्या था मालदीव के मंत्रियों को मिर्ची लग गई और भारत विरोधी बयान दे दिया,  उनके बयान के बाद से ही सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड हो रहा है, लोग मालदीव को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। 
लोगों का कहना है कि टूरिज्म पर निर्भर मालदीव को भारत की ताकत का अंदाज ही नहीं है, इतना ही नहीं कई लोग हैं जो मालदीव की यात्रा कैंसिल कराकर अब लक्षद्वीप को तरजीह दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर जिस तरह से लोग मालदीव के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहे हैं उससे इतना तो तय है कि मालदीव को झटका लगना तय है। मालदीव की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन पर ही निर्भर है, सोशल मीडिया पर ऐसे कई पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं जिसमें लोग अपने मालदीव के टूर को कैंसल करने की जानकारी देते हुए स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने अपनी मालदीव की यात्रा को रद्द करने की जानकारी देते हुए लिखा, है कि 'मैं अपने जन्मदिन के लिए मालदीव जाने की योजना बना रही थी, जो दो फरवरी को पड़ता, ट्रैवल एजेंट के साथ बात भी हो गई थी, लेकिन मालदीव के मंत्री के ट्वीट को देखने के बाद तुरंत रद्द कर दी।'
वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा कि मालदीव में तीन हफ्ते रहने के लिए पांच लाख की बुकिंग की थी, लेकिन मालदीव के मंत्रियों के बयान आने के बाद इस कैंसल कर दिया।
इसके अलावा एक ने कहा कि जब से मालदीव के मंत्री ने भारत का अपमान किया है तब से 8166 होटल बुकिंग और करीब 2500 फ्लाइट टिकट कैंसल हो चुके हैं। हालांकि, आधिकारिक रूप से इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं हो सकी है।

एक ने लिखा, कि 'मैं कुछ महीने पहले मालदीव गया था, काश मैं नहीं गया होता, मैंने अपनी भतीजी को उसका हनीमून पैकेज उपहार में दिया और मैंने अब अपने एजेंट को रद्द करने के लिए कहा है। मुझे 50 हजार का नुकसान हो रहा है, लेकिन मालदीव इसके लायक ही है।'
मालदीव के मंत्रियों का बयान
मालदीव के मंत्री अब्दुल्ला मोहजुम माजिद ने लिखा कि 'मालदीव के पर्यटन को निशाना बनाने के लिए मैं भारत के पर्यटन को शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन भारत को हमारे बीच पर्यटन से कड़ी टक्कर मिलेगी। हमारा रिजॉर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर ही इनके पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा है।' इस पोस्ट में पीएम मोदी को भी टैग किया गया है।

मालदीव के एक नेता जाहिद रमीज ने भी सोशल मीडिया पर पीएम मोदी द्वारा लक्षद्वीप में पर्यटन बढ़ाने को लेकर लिखा कि 'बेशक यह अच्छा कदम है, लेकिन हमसे प्रतिस्पर्धा करना एक भ्रम ही है।'

रमीज ने आगे लिखा, 'वह हमारे जैसी सर्विस कैसे देंगे? साथ ही वहां के बीच साफ कैसे रह सकते हैं? कमरों में हमेशा रहने वाली बदबू भी सबसे बड़ी चुनौती है।

पीएम मोदी के लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव की खूब चर्चा हो रही है। लोग मालदीव की बजाय लक्षद्वीप को पर्यटन के लिहाज से शानदार बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप की खूबसूरत तस्वीर लगातार पोस्ट की जा रही है।
इस पूरे मामले पर आपके क्या विचार है, क्या पीएम मोदी की लक्ष्यदिप यात्रा राजनीतिक है या ये विवाद अनावश्यक है हमे अपने विचार नीचे कॉमेंट बॉक्स में जरूर लिखे,

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चाणक्य नीति : बुद्धिमान व्यक्ति इन 4 जगहों पर कभी नहीं बोलते हैं

chanakya niti आचार्य चाणक्य ने अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर एक ग्रंथ की रचना की, जिसे आज चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है. इ...