15 अगस्त 2020

केसरी सिंह बारहठ कवि और स्वतंत्रता सेनानी की कहानी

" केसरी सिंह बारहठ "
केसरी सिंह बारहठ जी का जन्म राजस्थान प्रान्त में "शाहपुरा रियासत" के देवखेड़ा नामक गाँव में एक चारण परिवार में हुआ था। इनके माता पिता श्रीमती बख्तावर कँवर व श्री कृष्ण सिंह बारहठ थे। इनकी माताजी का स्वर्गवास शिशु थे जब ही हो गया था। ईश्वर की कृपा से इनकी दादी माता के ममत्व से स्तनों में दूध आ गया, दादी ने दूध पिलाकर इनका पालन पोषण किया। ऐसे ममत्व भरे प्रबुद्ध आँचल की छाया में पलने वाले शैशव काल मे ही इनमें अच्छे संस्कारो का उन्नयन होने लगा।
      आप एक राजस्थानी भाषा के कवि और स्वतन्त्रता सेनानी थे। आपको बंगला, मराठी, गुजराती तथा संस्कृत भाषा की अच्छी जानकारी थी व ज्योतिष, गणित, खगोलशास्त्र भी अच्छी तरह जानते थे।
       इनके पुत्र श्री प्रताप सिंह बारहठ जिनको राजस्थान का चंद्र शेखर आज़ाद कहा जाता है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान का प्रमुख स्थान रहा है।
       केसरी सिंह बारहठ की मृत्यु 14 अगस्त 1941 को वर्धा में हुई थी।
      ऐसे कवि व स्वतन्त्रता सेनानी को उनकी पुण्यतिथि पर हार्दिक शत शत नमन।

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