17 दिसंबर 2016

आईये जानते है कि सरकार ने नोटबंदी करके देश की आने वाली पीढ़ियों को कैसे सुरक्षीत किया है




         एक समय था जब मोबाइल का उपयोग सिर्फ आपस में बातें करने के लिए होता था, कल तक हम लोग अपने रिश्तेदारो और परिचितों से बात  करने के लिए मोबाइल का उपयोग करते थे। आज समय बदल रहा है अब मोबाइल का उपयोग सिर्फ बात करने तक सिमित नहीं रहा आज मोबाइल से आप बैंकिंग के सारे काम कर सकते है जिसमे आप किसी को पैसे भेज सकते है और प्राप्त भी कर सकते है. समय के साथ साथ बैंकिंग कार्य में भी बदलाव हो गए हे। अब आपको अपने बैंक खाते में पैसे जमा करने के लिए बैंको की लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ता है  और ना ही पैसे निकलने के लिए।  

सरकार ने भी एक कदम और इस और बड़ा लिया है.  ८ नवम्बर २०१६ को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में ८ तारीख नवम्बर २०१६ से घोषणा करते हुवे पुराने ५०० और १००० के नोट प्रचलन से दूर करते हुवे ५०० और १००० के नोट बंद कर दिए।  इसका देश की अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ता हुवा दिखाई दे रहा है , जहां एक और आतंकवाद की फंडिंग बंद हो गई वही दूसरी और देश में जमा कालाधन ब्लेकमनी भी बाहर निकलती दिखाई दे रही हे।  

सरकार ने नोटबंदी करके देश की आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षीत भी किया है क्योकि ५०० और १००० के  जाली नोट प्रचलन में आ रहे थे और ये नोट असली मुद्रा से इतने समान थे कि उसका पता लगाना भी कठिन हो गया था। 

आज समय के साथ देश की जनता भी प्लास्टिक मनी का उपयोग  कर रही है , जनता का पूरा साथ सरकार को है।  सरकार ने कैशलेस व्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए ईनाम देने की घोषणा भी की है जिससे जनता में कैशलेस लेन देन करने की आदत पड़े और सरकार को टैक्स के रूप में पर्याप्त राजस्व मिल सके।   

आप भी सरकार के इस फैसले का स्वागत करे और अपने भुगतान कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से करे.


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